October 27, 2018

ज्योतिष शिक्षण माला भाग – 005

मुहूर्त के मूल पांच अंग “पंचांग” व “कैलेंडर” ज्योतिष के किसी भी विषय को समझने के लिए जरुरी है कि सबसे पहले पंचांग को समझा जाये। […]
December 27, 2018

Ramal Astrology is Not of Arabic Origin, It is Indian!

Jyotish or Astrology means the Vision of the Divine. Jyotish is among the six scriptures that elucidate Vedas. There are three branches of astrology. (1) Falit […]
May 11, 2020

कर्म और भाग्य ज्योतिष की दृष्टि में

एक सर्वमान्य नियम यह है कि ‘‘नाभुक्तं क्षीयते कर्म कोटिकल्पशतैरपि।’’ अर्थात् कोई भी कर्म करोड़ो कल्प बीतने पर भी बिना भोगे नाश को प्राप्त नहीं होता।
June 2, 2020
sixteen sacred rites of hinduism

सोलह संस्कार

सनातन अथवा हिन्दू धर्म की संस्कृति संस्कारों पर ही आधारित है। हमारे ऋषि-मुनियों ने मानव जीवन को पवित्र एवं मर्यादित बनाने के लिये संस्कारों का अविष्कार किया।
July 25, 2020

पंचांग व कंप्यूटर के बिना 2 मिनट में लग्न बताना

ज्योतिष में किसी कुंडली का सबसे अहम् स्थान है तो वह है लग्न l लग्न के जानने मात्र से हम उस व्यक्ति के बारें में कई बातें जान लेते है l वैसे तो लग्न की ज्योतिषीय परिभाषा है की किसी दिनांक विशेष, समय विशेष और स्थान विशेष पर पूर्वी क्षितिज पर में उदित राशी को लग्न कहते है l